स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में बुरहानपुर को देश में 14वें एवं मध्यप्रदेश में तीसरे स्थान पर रहा, पूर्व मंत्री अर्चना दीदी ने निगम कार्यालय जाकर अधिकारियों-सफाई योद्धाओं का किया स्वागत

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बुरहानपुर – स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में बुरहानपुर को फास्टेस्ट मूवर सिटी (एक लाख से तीन लाख के बीच की जनसंख्या) श्रेणी में प्रथम रैंक, स्वच्छता मिशन में देश में 14वीं रैंक एवं मध्यप्रदेश में तीसरी रैंक प्राप्त करने के लिए बहुत-बहुत बधाई। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, केन्द्रीय मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी जी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह जी चौहान के स्वच्छता के संकल्प को पूरा करने के लिए हम सब बुरहानपुरवासी संकल्पित हैं।
उक्त बात मध्यप्रदेश की पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने बुरहानपुरवासियों, अधिकारियों एवं स्वच्छता योद्धाओं को बधाई देते हुए कही। श्रीमती चिटनिस ने बुरहानपुर नगर निगम कार्यालय पहुंचकर निगमायुक्त भगवानदास भूमरकर, उपायुक्त सचिन सिटोले, स्वास्थ्य विभाग सहायक आयुक्त सलीम खान, सहायक आयुक्त कमलेष पाटीदार, झोनल अधिकारी कालू जंगाले सहित निगम के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं स्वच्छता योद्धाओं का स्वागत कर मिठाई खिलाई और बधाई दी। इस अवसर पर निव्रतमान निगमाध्यक्ष मनोज तारवाला, मुकेश शाह, वीरेंद्र तिवारी, चिंतामन महाजन, रुर्देश्वर एंडोले, शिवकुमार पासी, किषोर राठौर, सुभाष मोरे, सुभाष जाधव, सदेन्द्र गुप्ता एवं प्रषांत रावतोले सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।
श्रीमती चिटनिस ने कहा कि बुरहानपुरवासियों की जागरूकता एवं अधिकारियों और स्वच्छता योद्धाओं के अथक परिश्रम का परिणाम है कि एक लाख से तीन लाख के बीच की जनसंख्या वाले देष के 382 शहरों में से 14वें स्थान एवं मध्यप्रदेष के 28 शहरों में तीसरें स्थान पर रहा। इस गौरव एवं सम्मान में और अधिक वृद्धि करने हेतु जो कमियां रही होगी उसे हम सबमिलकर दूर करेंगे। देशभर में 4242 शहरों ने इस अभियान में सहभागिता की थी। यह सर्वेक्षण 6 हजार अंकों का था, 29 दिनों तक इसका मूल्यांकन चला।
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि आज पुरे विश्व में स्वच्छता के विषय में भारत लीडरशीप कर रहा है। जीवन के लिए स्वच्छता आवश्यक है। यह मूल रूप से मानव-स्वास्थ्य से जुड़ी हुई है। यह किसी भी समाज अथवा राष्ट्र का आधार है। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं कि जिस देश में स्वच्छता है, वह विकास करता है और इसके विपरीत जो देश स्वच्छता को नजरअंदाज करता है, वह आगे नहीं बढ़ पाता।
श्रीमती चिटनिस ने कहा कि कुछ काम सरकार नहीं कर सकती और जो काम सरकार नहीं कर सकती, वह संस्कार कर सकते है। स्वच्छता का विषय संस्कार से जुड़ा है। ऐसे में सरकार एवं संस्कार मिल जाए तो चमत्कार हो सकता है। स्वच्छता में सामुहिकता का भाव जुड़ जाए तो ताकत बनकर उभरती है। इसे एक मिशन से जोड़ ले तों परिवर्तन आना शुरू हो जाता है। स्वच्छ भारत अभियान ने भारत के लोगों का स्वभाव बदल दिया हैं। समृद्ध दर्शन, पुरातन प्रेरणा, आधुनिक तकनीक और प्रभावी कार्यक्रमों के सहारे आज भारत के सतत विकास लक्ष्यों के लक्ष्यों को हासिल करने की तरफ भारत तेजी से बढ़ रहा है।
देश के टॉप स्वच्छ शहरों की लिस्ट जारी हो गई है। 2016 में हुए सबसे पहले सर्वेक्षण में भी देश में सबसे स्वच्छ शहरों में इंदौर शामिल हुआ था। उसके बाद से लगातार चौथी बार इंदौर इस स्थान पर बना हुआ है। केंद्रीय मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी जी ने वर्चुअल स्वच्छता महोत्सव समारोह में इन पुरस्कारों की घोषणा की। स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग अपशिष्ट संग्रहण और परिवहन, प्रसंस्करण एवं निष्पादन, संवहनीय स्वच्छता और नागरिकों की सहभागिता और नवाचार आदि प्रमुख घटकों के आधार पर जारी की जाती है। इन घटकों में कुल 6 हजार अंकों के आधार पर भारत सरकार की तरफ से अधिकृत स्वतंत्रत संस्था और मैदानी मूल्यांकन के अलावा जनता के फीडबैक के आधार पर अंतिम रिजल्ट घोषित किए,

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