“राजयोग मेडिटेशन कोर्स का आठवाँ दिन”

0

🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️

“राजयोग मेडिटेशन कोर्स का आठवाँ दिन”

👤 एक महामानव प्रजापिता ब्रह्माबाबा की अदभुत जीवन कहानी

◼️भारत भूमि को देव भूमि कहा जाता है तथा ऐसी मान्यता है कि जब-जब भी मानवता पर किसी भी प्रकार का संकट आया तब आध्यात्मिक शक्तियों ने अवतरित हो विश्व की नकारात्मक शक्तियों से रक्षा की तथा अपने त्याग, तपस्या व सेवा के बल पर समाज को नई दिशा दी। ऐसी ही महान विभूतियों में से एक थे ब्रह्मा बाबा।

◼️ इनका जन्म वर्ष 1876 में सिंध हैदराबाद के एक मुख्याध्यापक के घर में हुआ था।

◼️ उनका बचपन का नाम दादा लेखराज था। बचपन से ही उनमें भक्ति भाव के संस्कार भरे हुए थे। ईश्वर की प्राप्ति के लिए उन्होंने बचपन से ही खोज शुरू कर दी थी।

◼️ इन्होंने 12 गुरु किए परंतु मन को शांति नहीं मिली। अपना जीवनयापन करने हेतु इन्होंने हीरे-जवाहरात का धंधा बड़ी ईमानदारी व सच्चाई-सफाई से शुरू किया।

◼️वह अपने धंधे से केवल अपने परिवार का ही पालन-पोषण नहीं करते थे बल्कि जरूरतमंदों की झोली भरपूर करके उन्हें भेजते थे। व्यवसाय करते-करते धीरे-धीरे वैराग्य आने लगा। एक दिन बाबा पूजा में बैठे हुए थे कि इनको एक प्रकाश-पुंज नजर आया और वह उठकर दुसरे कमरे में चले गए । परिवार वालो ने भी देखा वह कमरा अदभुत शक्ति से भर गया बाद में दादा लेखराज जी ने बताया कि परमपिता ने मुझ में प्रवेश करके इस पुरानी दुनिया का विनाश दिखाया और फिर मुझे नई सृष्टि के निर्माण का आदेश दिया व उसका दिग्दर्शन करवाया। तब से दादा लेखराज ब्रह्मा-बाबा के नाम से प्रसिद्ध हो गए और उन्होंने अपनी पुरानी ओम मंडली का नाम प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय रख दिया तथा एक ट्रस्ट बनाकर अपनी सारी पूंजी ट्रस्ट के हवाले कर दी।

◼️ माताओं व बहनों को इस ट्रस्ट का ट्रस्टी बनाया। इस प्रकार उन्होंने स्त्री जाति को सबसे ऊंचा दर्जा दिया। तन-मन-धन इनके हवाले कर आप इस ट्रस्ट के सेवाधारी बन सेवा में लीन हो गए। ब्रह्मा बाबा मातृ वर्ग का बहुत सम्मान करते थे।

◼️ब्रह्माकुमारी संस्थान का नेतृत्व माताओं-बहनों द्वारा सुचारू रूप से हो रहा है। इस संस्थान में माताओं-बहनों के साथ भाई भी पूरा योगदान दे रहे हैं लेकिन विश्व के सभी केंद्रों की मुख्य एक माता या बहन ही होगी।

◼️इस महामानव ने अपनी भौतिक देह का त्याग 18 जनवरी 1969 को किया तथा मानवता की सूक्ष्म सेवा में लीन हो गए।

📚 विस्तार से पुरी कहानी जानने के लिए निचे दी गई पी डी एफ PDF फाईल को डाउनलोड कर सकते हैं

🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️

🌩🌩🌩🌩🌩🌩🌩🌩🌩🌩

📚 आप सभी का राजयोग बेसिक 7डे कोर्स पुरा हो गया है

📋 अब आप सभी को राजयोग का आधार और उनकी सुंदर विधि सिखाई जायेगी

◼️ अब अपने आप मे फोर्स भरना है,जो अभी तक सुना है उसे दिमाग तक नही ओरीजनल जीवन मे लाना है और जीवन को सुखमय और खुशहाल बनाना है अर्थात् सुख शांति और आंनद से भरपूर करना है। और यह तभी संभव है जब हम जादा से जादा समय ज्ञान की बाते सुनने पढ़ने और चिंतन करने मे लगाएगे।

◼️ व्यर्थ बातों से थोडा दुर रहना है क्युकी जादा व्यर्थ की बातें ही हमें आगे बढने नही देती है। और हमारा बुद्धि का योग ईश्वर से जुडने नही देती है।

◼️ परमात्मा से उनके गुणों और शक्तियों का अनुभव करने के लिए ज्ञान के चिंतन में रहकर ही अपने कार्य व्यवहार करना है ।

◼️ सुबह जल्दी उठकर परमात्मा को याद करना है।

◼️ क्योंकि विचार ही बीज है, जैसा बीज बोयेंगे वैसा ही फल मिलेगा।

◼️ तो आइए हम सभी रोज अपने मन मंदिर मे शुभ विचारो का बीज बोयेगें ।

🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️

🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️

📚🧘🏻‍♂️ राजयोग क्या है❓

◼️ *राजयोग अन्तर जगत की ओर एक यात्रा है। यह स्वयं को जानने या यूँ कहें कि पुन: पहचानने की यात्रा है।

◼️ राजयोग अर्थात् अपनी भागदौड़ भरी जिन्दगी से थोड़ा समय निकालकर शान्ति से बैठकर आत्म निरीक्षण करना।

◼️इस तरह के समय निकालने से हम अपने चेतना के मर्म की ओर लौट आते हैं। इस आधुनिक दुनिया में, हम अपनी जिन्दगी से इतने दूर निकल आये हैं कि हम अपनी सच्ची मन की शान्ति और शक्ति को भूल गये हैं। फिर जब हमारी जड़े कमजोर होने लगती हैं तो हम इधर-उधर के आकर्षणों में फँसने लग जाते हैं और यही से हम तनाव महसूस करने लग जाते हैं।

◼️आहिस्ते-आहिस्ते ये तनाव हमारी मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को असन्तुलित कर हमें बीमारियों में भी जकड़ सकता है।

◼️ राजयोग एक ऐसा योग है जिसे हर कोई कर सकता हैं। ये एक ऐसा योग है जिसमें कोई धार्मिक प्रक्रिया या मंत्र आदि नहीं है । इसे कहीं भी और किसी भी समय किया जा सकता है।

◼️ राजयोग को आँखे खोलकर किया जाता है इसलिए ये अभ्यास सरल और आसान है। योग एक ऐसी स्थिति है जिसमे हम अपनी रोजमर्रा की चिन्ताओ से परे जाते है ओर हम अपने आध्यात्मिक सशक्तिकरण का आरंभ करते है।

◼️ आध्यात्मिक जागृति हमें व्यर्थ और नकारात्मक भावों से दूर कर अच्छे और सकारात्मक विचार चुनने की शक्ति देता है।

◼️ हम परिस्थितियों का जवाब जल्दबाज़ी मे देने के बजाए , सोंच समज के करेगे । हम समरसता में जीने लगते हैं ।

◼️ बेहतर, खुशनुम: और मज़बूत रिश्ते बनाकर ; अपने जीवन मे सकारात्मक परिवर्तन कर पाते हैं।

🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️🗒️

🥗🥗 भोजन के समय 🥗🥗

◼️ राजयोग का अभ्यास हम भोजन करने से पहले और भोजन करते समय भीे कर सकते हैं।

◼️ आप कुछ पल के लिए यह विचार करें कि भोजन मिलना भी सौभाग्य है और इस समझ से विचार करें कि किस तरह हमारे विचार भोजन को प्रभावित करते हैं।

◼️ हम जो सोचते हैं, कर्म करते हैं और वही बनते हैं। इस तरह अपने भोजन को सकारात्मक विचारों से भरना, जिससे भोजन भी शक्तिशाली बन जाता है ।

🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️

🚦 सारे दिन में – मन का ट्रैफिक कन्ट्रोल करते रहे तो राजयोग अभ्यास के लिए बहुत समय मिल जाता है

◼️ हम सभी अपनी जिन्दगी के हाइवे में ड्राइवर हैं। हम किधर जा रहे हैं इसकी गहराई से बीच -बीच में जांच करना अच्छी बात होगी।

◼️ जब हम सड़क पर गाड़ी चला रहे होते हैं तो हमें हर ट्रैफिक लाइट पर रुकना पड़ता है, तो संभवत: हम इन क्षणों का योगदान में उपयोग कर सकते हैं।

◼️ इसी तरह, बीच-बीच में अपने विचारों को रोक कर उसकी जांच कर सकते हैं और एक सकारात्मक परिवर्तन की विधि को अपनाते हुए अपने मन को तटस्थ कर सकते हैं।

◼️ इस तरह के छोटे-छोटे अन्तराल में शान्ति का अभ्यास करते रहने से हम अपनी विचारधारा पर पुन: ध्यान केन्द्रित कर सकते हैं।

◼️ यह हमारे मन को सकारात्मक दिशा में जाने में मदद करता है। यह अभ्यास करने से हम पायेंगे कि हमारा दिन शान्ति से चल रहा है क्योंकि ट्राफिक कन्ट्रोल का समय हमें सन्तुलित विचार रखने में मदद करता है।

🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️

🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️

◼️ जब कभी भी आप अपने को चिन्तित अवस्था में पाये वा निर्णय न ले पाने की स्थिति में खुद को पायें, उसी समय आप अपने अन्दर जायें और प्रति उत्तर का इन्तजार करें।

◼️ जब आप अपने को कृतज्ञता और खुशी में पाते हैं तो प्रभु को जरूर बतायें।

◼️ चाहे हम निराशा, अकेले थके हुए या फिर आशावादी और ऊपर उठे हुए हों – इन सभी स्तिथियों में योग किया जा सकता है

◼️ नकारात्मक बातों को हम अपनी योग की शक्ति से ठीक कर सकते है ओर जो सकारात्मकता अनुभूतियां है उनका आनन्द ले सकते हैं।

◼️ इसलिए जो भी वक्त निकले उसे योगाभ्यास में जरूर सफल करें।

🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️🌩️

 

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here